कलमदान
यह एक ऐसा पट है जहां ज़िन्दगी के अनुभव एक चाय के प्याले में जीवन की मिश्री और रंग के सामान घुले हुए नज़र आते हैं..बस ज़रुरत है तो एक घूँट पीने की .. This is a platform to melt the emotions into the cappuccino of LIFE..and then sip the creamy effervescence of experiences..!!
8 Comments:
सुन्दर रचना
बेहतरीन मुक्तक,,,
ऋतू जी,,,कभी तो मेरे पोस्ट पर आइये स्वागत है,,,
MY RECENT POST: माँ,,,
बहुत बढ़िया |
बधाई ||
वाह!
आपकी इस ख़ूबसूरत प्रविष्टि को कल दिनांक 15-10-2012 को सोमवारीय चर्चामंच-1033 पर लिंक किया जा रहा है। सादर सूचनार्थ
वाह ... बेहतरीन
बहुत खूब !बहुत खूब !बहुत खूब !
कुछ सरसराहट है हवाओं में ,कुछ ओस की नमी भी हैं ..(है )......है
मौसम ने करवट बदली है ..गर्म हवाएं थमी भी हैं ..
सुनहरी धुप से सुनहरा हैआज कल कमरे में नूर ..धुप .....धुप ...
इस ठंडक में आबो हवा ही नहीं...ज़मी भी है ..
ram ram bhai
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सोमवार, 15 अक्तूबर 2012
भ्रष्टों की सरकार भजमन हरी हरी ., भली करें करतार भजमन हरी हरी .
lovely..
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